Jal Jeevan Mission Yojana 2025
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Jal Jeevan Mission Yojana List 2025: हर गाँव हर घर को पीने का पानी कैसे मिलेगा, जानिए पूरी सूची और अपडेट

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Jal Jeevan Mission Yojana (Har Ghar Jal) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य है कि ग्रामीण भारत के सभी घरों में सुरक्षित और पर्याप्त पीने का पानी नल के ज़रिए पहुँचे। इस योजना के तहत राज्यों-/जिलों-/ग्राम पंचायतों की सूची (List) तैयार की गई है कि कहाँ कितने Functional Household Tap Connections (FHTC) स्थापित हो चुके हैं और कितने गाँव ऐसे हैं जहाँ पूरी तरह से “Har Ghar Jal” सर्टिफिकेशन मिल चुका है।

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2025 में इस योजना का दायरा बढ़ाया गया है, लक्ष्यों को और सुनिश्चित किया गया है, और मिशन की अवधि को 2028 तक बढ़ाने की घोषणा भी हो चुकी है। इस लेख में जानेंगे कि “Jal Jeevan Mission Yojana List” क्या है, latest आंकड़े क्या हैं, किस राज्य ने कितनी प्रगति की है, इस योजना की ख़ासियत और चुनौतियाँ क्या हैं, और ये योजना जनता के लिए कैसे उपयोगी है।

What Is the Jal Jeevan Mission Yojana List

“Jal Jeevan Mission Yojana List” से तात्पर्य है: यह सूची जिसमें देश-विभिन्न राज्यों और गाँवों का डाटा है — कितने घरों को नल से पीने का पानी मिल रहा है, कितने गाँव Har Ghar Jal सर्टिफाइड हुए हैं, कितने अभी बचे हैं, इत्यादि। इस सूची से यह पता चलता है कि योजना कितनी सफल रही है, किस राज्य ने कितनी प्रगति की है, और कौन-से क्षेत्र अभी भी पीछे हैं। इसे सार्वजनिक तौर पर देखा जा सकता है राष्ट्रीय पोर्टल पर और राज्य सरकारों के JJM Dashboard पर।

Objectives & Latest Update under Jal Jeevan Mission

Objectives

  • हर ग्रामीण घर को पाईपलाइन के ज़रिए Functional Tap Connection (FHTC) मुहैया कराना।
  • पानी की गुणवत्ता की जांच और स्रोतों की सततता सुनिश्चित करना, जैसे ग्रेवाटर मैनेजमेंट, वर्षा जल संचयन आदि।
  • स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र सहित सार्वजनिक इमारतों में भी टप कनेक्शन।
  • राज्य एवं ग्राम पंचायत स्तर पर समुदाय की भागीदारी (participation) और जागरूकता बढ़ाना।

Latest Update (2025)

  • 23 जुलाई 2025 तक लगभग 12.44 करोड़ अतिरिक्त ग्रामीण घरेलू घरों (rural households) को टप पानी का कनेक्शन मिल चुका है।
  • कुल मिलाकर, भारत में लगभग 15.67 करोड़ (80.95%) ग्रामीण घरों को Har Ghar Jal यानी Functional Household Tap Connections मिल चुके हैं, कुल ग्रामीण घरों की संख्या ~19.36 करोड़ है।
  • योजना की शुरुआत 2019 में हुई थी। तब ग्रामीण घरों का प्रतिशत पानी की टप कनेक्शन के साथ सिर्फ ~16-17% था।
  • सरकार ने मिशन की समय सीमा को 2024 से बढ़ाकर 2028 कर दी है ताकि अधूरे काम और पानी की गुणवत्ता, आपूर्ति और रख-रखाव बेहतर बनाए जा सकें।

State-wise Progress & Jal Jeevan Mission Yojana List Highlights

नीचे एक तालिका है जो कुछ राज्यों की प्रगति दिखाती है कि कितने प्रतिशत ग्रामीण घरों को टप पानी मिल चुका है:

State / UTTotal Rural HouseholdsHouseholds with Tap Water Connections (FHTC)% Coverage (टप कनेक्‍शन का प्रतिशत)अपेक्षित पूरा होने की तारीख / लक्ष्य
Goa~2,63,002सभी घर (100%)100%पहले ही पूरा हो चुका है
Telangana~53,98,219लगभग सभी घर100%target पूरा हो चुका है
Gujarat~91,18,449बहुत बड़े हिस्से में FHTC100%पूरा हो चुका है
Madhya Pradesh~1,11,81,285~68,84,884लगभग 61.6%2024-2028 तक पूरा करने की कोशिश
Uttar Pradesh~2,65,51,702~2,16,90,513लगभग 81.7%लक्ष्य 2028 तक पूरा होने का अनुमान

Features And Specifications of Jal Jeevan Mission

यहाँ Jal Jeevan Mission की मुख्य विशेषताएँ और specification points हैं जो योजना को अन्य योजनाओं से अलग बनाते हैं:

  • पानी की मात्रा: प्रत्येक घर को रोज़ाना 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन (LPCD) की न्यूनतम सेवा स्तर सुनिश्चित करना।
  • पानी की गुणवत्ता: जहां पानी में फ्लोराइड, आर्सेनिक या अन्य दूषित तत्व हों, वहाँ तकनीकी उपाय जैसे ट्रीटमेंट प्लांट आदि लगाना।
  • स्रोत की स्थायित्व: वर्षा जल संचयन, पुनर्भरण (recharge), जल संरक्षण जैसी गतिविधियाँ।
  • सामुदायिक भागीदारी: ग्राम पंचायत, ग्राम सभा आदि को योजना में शामिल करना, श्रमदान, स्थानीय योगदान, प्रबंधन आदि में लोक सहभागिता।
  • रख-रखाव (Operation & Maintenance): टप कनेक्शन्स की फंक्शनल स्थिति की नियमित मॉनिटरिंग।

How Jal Jeevan Mission Yojana List Benefits Public

  • सुलभ पीने का पानी: हर ग्रामीण परिवार को घर के अंदर से पानी मिलना जीवन स्तर में सुधार लाता है।
  • स्वास्थ्य में सुधार: बाहरी स्रोत पर निर्भर रहने से जल जनित बीमारियाँ कम होती हैं।
  • समय बचत: महिलाएँ/बच्चे पानी लाने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करेंगे। समय बचने से शिक्षा, अर्थ-व्यवस्था में लाभ।
  • महिलाओं का सशक्तिकरण: पानी की समस्या हल होने से महिलाओं की भागीदारी, सुरक्षा बढ़ती है।
  • विकास का आधार: पानी की विश्वसनीय आपूर्ति गाँवों की समग्र विकास दर बढ़ाती है — कृषि, पशुपालन, स्वच्छता आदि में भी सहायता।

Challenges / Weaknesses

  • कुछ जगहों पर पानी की गुणवत्ता अभी भी एक समस्या है; ट्रीटमेंट प्लांट न होने या सही ढंग से नहीं काम करने के कारण दूषित पानी मिलना।
  • टप कनेक्शन तो हो चुके हों, लेकिन पानी नियमित नहीं आना, पाइपलाइन टूट-फूट, पानी की लीक आदि समस्याएँ।
  • कुछ गाँवों में संसाधन / बजट की कमी या तकनीकी विशेषज्ञता की कमी व अलग-अलग भू-भौतिक कारणों से विलंब।
  • रख-रखाव पर पर्याप्त ध्यान न देना; गांव समुदायों की भागीदारी कम होना।
  • योजना की समय सीमा बढ़ने से लोगों में विश्वास कम हो सकता है कि लक्ष्य पूरा होगा।

Speciality vs Comparison with Earlier Schemes

Speciality (खासियत)

  • हर घर तक टप पानी पहुंचाने की स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित: “Har Ghar Jal” की कला।
  • कवरेज का पारदर्शी डेटा: राज्य-जिला-ग्राम पंचायत स्तर पर रिपोर्टिंग और Dashboard।
  • गुणवत्ता पर भी जोर: न सिर्फ कनेक्शन लगाना, बल्कि पानी की गुणवत्तायुक्त सेवा देना।
  • समुदाय की भूमिका: योजना में लोगों को शामिल करना, जिम्मेदारी देना।

Comparison with Earlier Schemes

Earlier Program / Old SchemesJJM / Jal Jeevan Mission
सिर्फ नल पाइप या हैंड पंप पर निर्भरताFunctional household tap connection (घर-घर नल) + गुणवत्ता
विस्फोटक लक्ष्य या अधूरे प्रावधान55 LPCD, स्रोत स्थायित्व, गुणवत्ता प्रबंधन, जल संरक्षण
कम मॉनिटरिंग, पारदर्शिता की कमीDashboard रिपोर्टिंग, सार्वजनिक जानकारी, ग्राम स्तर की रिपोर्टिंग
सीमित देय-तत्व (financing) या लगातार बजट कटौतीकेंद्र-राज्य साझेदारी, बजट वृद्धि, समय सीमा में विस्तार (extend to 2028)

Data Summary of Jal Jeevan Mission till 2025

ParameterValue / Status
Launch YearAugust 2019
Target Coverage by 2024सभी ग्रामीण घरों को FHTC (Tap Connection)
Coverage till July 2025लगभग 80.95 % ग्रामीण घरों को टप पानी मिल चुका है
Remaining Rural Households (जिन्हें अभी टप पानी नहीं मिला)लगभग 3.69 करोड़ घर
Mission Extension Till2028
Service Levelकम से कम 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन (LPCD)

What the Jal Jeevan Mission Yojana List Tells the Citizens

  • अपने गाँव या पंचायत की स्थिति की जानकारी मिलती है: क्या आपके इलाके में Har Ghar Jal सर्टिफिकेशन हुआ है या नहीं।
  • कहां काम ज़्यादा हुआ है, कहां कम हुआ है, इस तुलना से स्थानीय ताकत और कमज़ोरियाँ समझी जा सकती हैं।
  • इससे जनता अधिकारों के प्रति जागरूक होगी और राज्य / जिला सरकार से समय पर कार्रवाई मांग सकेगी।
  • योजना में सुधार के सुझाव मिल सकते हैं जैसे पाइपलाइन गुणवत्ता, समय पर पानी उपलब्धता आदि पर ध्यान देना।

Conclusion

जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) भारत की एक ज़रूरी और समयोचित योजना है जिसने ग्रामीण इलाकों में लाखों-करोड़ों घरों को वह सुविधा दी है जिसे अब तक कई लोगों के जीवन में लंगर्म समय से कमी थी — सुरक्षित और पर्याप्त питьने का पानी सीधे नल से। 2025 तक लगभग 81% ग्रामीण घरों को यह सुविधा मिल चुकी है, लेकिन अभी भी कुछ क्षेत्र और पंचायतें पिछड़ी हुई हैं।

मिशन की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि गुणवत्ता बनी रहे, समय पर वितरण हो, और गाँव-स्तर पर रख-रखाव और समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित हो। मिशन की अवधि 2028 तक बढ़ने से ये उम्मीद है कि शेष काम न सिर्फ पूरा होगा बल्कि पानी की उपलब्धता और विश्वसनीयता में सुधार होगा।

FAQs

Q1: Jal Jeevan Mission Yojana List में “Har Ghar Jal सर्टिफाइड” का क्या मतलब है?
A1: जब किसी ग्राम पंचायत, ब्लॉक या गांव की सरकारी रिपोर्ट में दिखाया जाए कि वहाँ के सभी ग्रामीण घरों में Functional Tap Connection है और पानी नियमित रूप से आता है, तब उस इकाई को “Har Ghar Jal Certified” कहा जाता है।

Q2: 55 LPCD का क्या महत्व है और ये किस तरह मापा जाता है?
A2: LPCD यानी लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन; यह माप बताती है कि एक व्यक्ति के रोज़ाना उपयोग के लिए कितना पानी उपलब्ध हो। इस योजना में कम-से-कम 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन का लक्ष्य है, जिसमें पीने-के पानी का सेवन, खाना पकाने, सफाई आदि शामिल हैं। पानी की वितरण प्रणाली, संसाधन की गुणवत्ता व जल स्रोत की स्थायित्व के आधार पर इसे लागू किया जाता है।

Q3: यदि मेरे गाँव या घर में अभी टप पानी नहीं आया है तो क्या करना चाहिए?
A3: आप अपने स्थानीय ग्राम पंचायत कार्यालय में पूछें कि “Jal Jeevan Mission List” में आपका गाँव कितना प्रगति पर है। राज्य सरकार की JJM Dashboard वेबसाइट देखें। यदि गाँव सर्टिफाइड नहीं है तो ग्राम स्तर पर समुदाय की बैठक कर विवेचना कर सकते हैं कि कहाँ बाधाएँ हैं — जैसे स्रोत की कमी, पाइपलाइन लीक, रख-रखाव आदि — और अधिकारियों से सुझाव दें कि कार्य जल्द हो।

Q4: योजना की समय सीमा 2024 थी लेकिन अब 2028 क्यों कर दी गई है?
A4: मूल लक्ष्य यह था कि 2024 तक हर ग्रामीण घर को टप पानी मिल जाए, लेकिन कुछ राज्यों में तकनीकी, भू-भौगोलिक, गुणवत्ता एवं वित्तीय चुनौतियाँ थीं। इसलिए सरकार ने योजना की लंबाई बढ़ाई है ताकि शेष क्षेत्र सही और स्थायी तरीके से कनेक्शन प्राप्त कर सकें, और पानी की सेवा गुणवत्ता बनी रहे।

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